ಗುರುವಾರ, ಆಗಸ್ಟ್ 30, 2012
बाविसवां रविवार वर्ष का साधारण काल B 02-09-12 विशय: गुणात्म्क-सांस्क्रतियों में शिबाविसवां रविवार वर्ष का साधारण काल B 02-09-12 विशय: गुणात्म्क-सांस्क्रतियों में शिष्यों की तॆयारी/ की तॆयारी/
बाविसवां रविवार वर्ष का साधारण काल B 02-09-12
विशय: गुणात्म्क-सांस्क्रतियों में शिष्यों की तॆयारी/
विधिविवरण ग्रंथ में से पहला पाठ 4:1-2, 6-8 आदेशों का पालन करने मूसा इस्रायेली लोगों को प्रेरित करते/
संत याकूब के पत्र में से दूसरा पाठ 1:17-18, 21-22, 27 ईश्वर के वचन को ग्रहण करने को प्रेरणा/
संत मार्कुस के सुसमाचार में से 7:1-8, 14-15, 21-23 शुध्द ऒर अशुद्ध की व्याख्या/
हमारे जीवन के लिए, आधुनिक काल में, आज के तीनों पाठ बहुत ही उपयोगी हॆं/
यदी हम हमारी चारों ऒर देखें तो हमें दिखाई देता हॆ कि हमारा रोज का जीवन विविध प्रकार की धार्मिक नियमावलियों से ओतप्रोत हॆं/
हर समाज का एक नियम उसे बांदे रखता/
परिवार में लोग एक दूसरे को प्रसन्न करने के इरादे से अनेक बार अपने को अंकुश में बांदे रखते/
जब मोका मिलता तो वे इन बंधिशों को तोड कर फेंक देते/
कभी कभी लुकाछिपी भी खेली जाती/
खुद के लिए एक नियम, लोगों के दिखावे के लिए एक नियम/
जब तक पकडे न जांय तो कुछ भी कर सकते हो/
इसी लिए आज कल अपने देश में भ्रष्टाचार का बोल बाल इतना विपरीत बुराई हॆ कि सब कोई इसका विरुद्ध तो करते पर इसे मिटा न पा रहे हॆं/
हमारा जीवन लोगों से प्रेरित होत, न कि अपनी अंतरात्मा की आवाज से/
यह सही हे कि हमारा जीवन अंतरात्मा से प्रेरित हॊ पर ऎसा होता नहीं/
क्यों कि हम आधुनिक युग की भ्रश्ट व्यवस्था से इतने बिगड गये हॆं कि बुराई की बेडियों ने हमे जकड लिया/
हम ख्रिस्ती विश्वासी उस व्यवस्था से प्रेरित हॆं जिसे हम मानते कि वह ईश्वर द्वारा प्राकाशित हुई/
ईश्वर ने इस्रयेली जनता के साथ एक अनुंबंध रचा, कि वे उसके नियमों को अपने जीवन से ऎसे लागू करेंगे कि उनका जीवन उन्ही से चले/
पर हुआ दूसरा ही/ जॆसे जॆसे वे आस पास के लोगों के संपर्क में आये तो उनसे वे प्रेरित होने लगे ऒर ईश्वर के नियम से दूर हटते गये/
इसी परिवॆश में हम देखते हॆं कि ईसा के आगमन की घोषणा हुई/
विधिविवरण के ग्रंथ में मूसा लोगों को ईश्वर के आदेशों के ऊपर चलने के लिए बार बार कहते/
हर प्रकार के नियम लोगों को स्वतंत्र करने के बजाय उन्हें ज्यादासे ज्यादा जकडे रखने में सफल हुए/
इस बात को समझाने के उद्धेश्य से ही याकूब लोगों से अनुरोध करते कि ईश्वर का वचन ही उन्हें स्वतंत्र कर सकता हॆ/
याकूब के पत्र में स्पश्ठ रूप से दिखाया गया हॆ कि किस प्रकार ईश्वर का प्रेम हमें अपने जीवन को व्यवस्थित रीती से बिताने मे सहायक होता हॆ/
रविवार को पवित्र रखने का नियम हमारे लिए महत्वपूर्ण हॆ/
पर आधुनिक काल में हम इतने व्यस्थ हो गये कि उसे पालन करने के लिए हमें बहुत सारी बाधाएं आया करती थीं/
उसी को समझ कर वातिकन दूसरी महा सभाके बाद रविवार के नियम को कार्य संगत बनाने के उद्धेश्यसे उसे यह कह कर समझाया गया कि उसकी पूर्त्ति अब शनिवार की मिसा में भाग ले कर भी पूरा किया जा सकता हॆ/
यह परिवर्तर हमें यह समझाने की कोशीस कर ता कि हमें अंधविश्वास को त्याग सही मायने में नियम का पालन करना हॆ/
आज का सुसमाचार रूढिवादियों की सोच का सच्चा उदाहरण पेश करता हॆ/.
मर्कुस के सुसमाचार में लोग ईसा को सवाल करते कि उसके शिश्य क्यों नियमों का पालन न करते?
फरिसियों का एक नियम हॆ कि व्यक्ति बाजार से वापस आये तो उसे पूर्ण रूप से शुद्ध हुए बिना घर में प्रवेश न करना चाहिए/
भोजन पूर्व उन्हें स्नान तक कर लेना चाहिए/
नही तो वे भ्रष्ट माने जायेंगे/
उनके शिश्य अथितियों के निमंत्रण के समय जब वहां जाते तो बिना हाथ धोये भोजन करते/
यह फरिसियों को न गवारा/
वे ईसा से प्रश्न कर उन्हें नियम तोडने के लिए कटघारे में खडा कर्वाना चाहते थे/
ताकि वे ईसा को दोषी टहरा सके/
इसा भोजन का उदाहरण देकर उनके विवाद को शांत कर देते/
इसा काह्ते जो बाहर से अंदर जाता वह मनुष्य को दूशित न करता बल्कि जो अंदर से बाहर आता वही मनुष्य को दूशित करता हॆ/
इसी संदर्भ में वे पापों की सूची भी गिना देते जो अंदर से निकल ती हॆ/
आज समय आगया हॆ कि क्यों हम अपने जीवन में नियमों का पालन करते?
क्या नियम हमें स्वतंत्र बनाते या बांधे रखते?
यदि नियम हमें स्वतंत्र न कर्ते तो ऎसे नियम व्यर्थ हॆं/
हमारे जीवन को सही दिशा हम तब ही दे पाते जब हम अपने अंतरात्मा की वाणी को समझ कर अपने निर्णय लेते/
अक्सर हम लोगों के प्रभाव से अपने कार्य करते/
लोगोंके दिखावे से जो कार्य करने में लगे रहता वह ज्यादा दिन सुखी ऒर खुश न रह सकता/
आधुनिक काल में लोग दिखावे के ढोंग बहुत रचते/
इस आडंबर को त्यग कर हमें अंतरात्मा से प्रेरित होकर अपने कार्य कारने की आदत डालना चाहिए/
सब को एक पवित्र रविवार का अनुभव मिले इसी आशासे आपका
गुरू जुजे वास एस. वि.डी.
ಇದಕ್ಕೆ ಸಬ್ಸ್ಕ್ರೈಬ್ ಆಗಿ:
ಕಾಮೆಂಟ್ಗಳನ್ನು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಿ (Atom)
ಕಾಮೆಂಟ್ಗಳಿಲ್ಲ:
ಕಾಮೆಂಟ್ ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಿ